Wednesday, May 9, 2012

जड भी जावां हाम औडे छाया करां

गाम गुवांड म्हं नाम होरा सै आपणा
जड भी जावां हाम औडे छाया करां

किसा ए टोपिक चालरा हो किते भी
 उसे पै एंडी चुटकला सुणाया करां


जै रोण नै होरे किसे बात पै सारै
सुणा के कविता सबनै हंसाया करां

जै नाम लेके चुटकला सुणांदा हो
इज्जत उसकी तार बगाया करां


आदमी गैलयां दस मिनट बतलादी ए
उसपै एक गजल जिदे बणाया करां
 

संदीप का काम लिखण का रहगा इब
फसजा माईक किते धूमां औडे ठाया करां

हाम हरियाणा आले तो नुए काच्चै कांटागे

आपणे सुख दुखां नै नुए कटठे होके बांटागे
हाम हरियाणा आले तो नुए काच्चै कांटागे

हरि का आडे आणा भाई नाम धरा हरियाणा
उसे टेम तै आज तई सै दूध दही का खाणा
चूरमा टिंडी खा-खा कै नुए आंगली चांटागे
हाम हरियाणा आले तो नुए काच्चै कांटागे

तीज त्योहार हाम सारे मिल के मनावां सां
हर टेम म्हारी संस्करिति नै आगै लावां सां
बस हरियाणवी हो बात नुए देशी रंग छाटांगे
हाम हरियाणा आले तो नुए काच्चै कांटागे



खेल कूद और पढाई म्हं सारे आगै जारै सां
 कद बण हरियाणवी भाषा जोर घणा लारै सां
 सारै जणे मिलके आपणे सुख दुख साटांगे
हाम हरियाणा आले तो नुए काच्चै कांटागे

हरियाणा आलां की बात होव लोह लाट सै
संदीप कंवल भुरटाणे आला कररया ठाठ सै
ठाठ बाट तै सारी उम्र ऐश तै काटांगे
आपणे सुख दुखां नै नुए कटठे होके बांटागे
हाम हरियाणा आले तो नुए काच्चै कांटागे